Book Title: Lokvibhag
Author(s): Sinhsuri, Balchandra Shastri
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 311
________________ २५६] शब्द सौमनस वन सौमनस्य शब्ह पृष्ठ ७२, ७३, ८२, २१६ हा माकार पृष्ठ शब्द २८, ३०, ६५, ६६ | स्वयंभूरमण १९, १७७, २०५, स्वरसेना सौम्य १०२, १०४, १२१, १२५,२०६ स्वस्तिक सौम्या स्कन्धशाली स्तनलोला स्तनित स्तनितकुमार स्तम्भ स्तम्भ प्रासाद १६७ | हा मा धिक्कार १९, २०, ८०, ८१ हारिद्र १४, १०४, १२५ हाहा १३६, १३७ हाहांग १० हिम ७ हिमवान् ७२, १७२ हिमवान् कूट १७३ | स्वाति १६८ | हरिकान्त १४८ | हरिकान्ता १६८ हरिकान्ताकूट १३५ हरिताल २०४ हरि १८५ हरिकूट ३९ हरिदाम 11 १० हिरण्यवत ८ हिगुलिक १९५ हुताशन स्तूप स्तोक १२८ हरिवर्ष १८४ | हरिवर्षकूट ७, ९ हृदयंगम ८०, १७७, १७९ हरिषेण १३६, १३७ हेमकूट २१ हेममाला २० हरिसम १३४ हरिसहकूट २२ हली ८१, ८२ हस्त २० हैमवत ९७ हैमवतकूट १२५, २०८ हैरण्यकूट ३२ हस्तप्रहेलित ८२ हंसगर्भ १८२ | हाकार ९७ ह्री ४ ह्रीकूट ९६ हृदवती स्थावर स्फटिक स्फटिककूट स्फटिका स्रोतोवाहिनी स्वयंप्रभ स्वयंप्रभविमान स्वयंप्रभाचल स्वयंभूजलधि safarn Jain Education International For Private & Personal Use Only पृष्ठ ९६ ९६ ३१, १७७ ९७, १६७ ९७ १४८, १५५ २, ३२, ५४, ७९ ७ २ ७२, १७२ १२८ ९७, १६७ १६७ ३ १८६ २, ८१ ७ ९ १०, ८१, १६८ ७ २२ www.jainelibrary.org

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