Book Title: Kya Mrutyu Abhishap Hai Author(s): Parmatmaprakash Bharilla Publisher: Pandit Todarmal Smarak TrustPage 64
________________ तार्किक शैली के आध्यात्मिक व्याख्याता परमात्मप्रकाश भारिल्ल को कठिनतम विषयवस्तु को अत्यन्त सरलतापूर्वक पाठकों एवं श्रोताओं को हृदयंगम करा देने में महारत हासिल है। वे किसी भी विषय के उन पहलुओं को उजागर करते हैं, जिनकी ओर सामान्यतः किसी का ध्यान ही नहीं जाता। प्राचीन दार्शनिक संदर्भो की आधुनिक शैली में तार्किक व्याख्या करके, उसे पाठकों व श्रोताओं से स्वीकृत करा लेना उनकी विशेषता है। अपने रत्नव्यवसाय के सिलसिले में प्रतिवर्ष अनेकों विदेश यात्रायें करने के अलावा आप प्रवचनार्थ भी देश-विदेश की अनेकों यात्रायें करते रहते हैं। आप अल्पवय से ही सामाजिक व धार्मिक अभियानों से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर के युवा संगठन अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री हैं। देश-विदेश में आध्यात्मिक क्रांति का बिगुल बजाने वाले पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट जयपुर, पण्डित टोडरमल सर्वोदय ट्रस्ट जयपुर, तीर्थधाम मंगलायतन ट्रस्ट अलीगढ़, श्री महावीर स्वामी कुन्दकुन्द कहान दि. जैन मुमुक्षु मण्डल ट्रस्ट बोरिवली मुम्बई इत्यादि ट्रस्टों के आप ट्रस्टी एवं डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल चेरीटेबल ट्रस्ट के महामंत्री हैं। प्रस्तुत कृति के पूर्व भी आपकी ‘अन्तर्द्वन्द' नामक कृति प्रकाशित हो चुकी है, जिसमें आपने कथानक के माध्यम से आज के अभिशप्त जीवन में उठनेवाले अन्तर्द्वन्दों का सटीक चित्रण किया है। उक्त कृति की 2 संस्करण के रूप में 8 हजार प्रतियाँ प्रकाशित हो चुकी हैं। सम्पर्क : मुम्बई, मो. : 09870016988 E-mail : parmatmb@yahoo.comPage Navigation
1 ... 62 63 64