Book Title: Katantra Vyakaranam Part 03 Khand 01
Author(s): Jankiprasad Dwivedi
Publisher: Sampurnanand Sanskrit Vishva Vidyalay

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Page 554
________________ mo 79 २९३ परिशिष्टम् - ६ : उद्धृतग्रन्थनामानि क्र०सं० ग्रन्थनामानि पृ०सं० | क्र०सं० ग्रन्थनामानि पृ०सं० १. अग्निपुराणम् ९, १२, ४८, १२६ / २३. गणसूत्रम् । ४०८ २. अथर्ववेदप्रातिशाख्यम् ८, १२, | २४. गीतगोविन्द: १२१ १६, ४८, ११६, २५. गोपथब्राह्मणम् ४७, १२५ १२५, ३२३ | २६. चान्द्रव्याकरणम् ३. अमरकोश: १०६, १६२ | २७. जैनेन्द्रव्याकरणम् ९, १२, १६, आद्यव्याकरणम् ८९ ३६, ४८, ४९, ११६, उत्तररामचरितम् १२५, ३२३ ६. उपाध्यायसर्वस्वः १३५ /२८. टीका २०, २१, २५, २६, ऋक्तन्त्रम् ४८,१२५,३२३ २७, ७८, ८४, ९५, १०२, ८. ऋप्रातिशाख्यम् १४६, १४९, १८०, १९७, ऐन्द्रव्याकरण २००, २१८, २६२, २८२, १०. कविकल्पद्रुमः २९३, ३०८, ३१०, ३१६, ११. कविकल्पद्रुमटीका ३२०, ३२३, ३४५, ३४९, १२. कातन्त्रपरिभाषावृत्तिः ३५४,४०० __३१२, ३९० | २९. तत्त्वबोधिनी २०१, २७६ १३. कातन्त्रपरिशिष्टम् ३०. तत्त्वविमर्शिनी १४. कातन्त्रप्रदीप: ३१. तन्त्रान्तरम् ३४७ १५. कादम्बरी ३२. दुर्गवाक्यम् ३०८, ३०९, १६. काशकृत्स्नतन्त्रम् ३१६, ३८५, ३९० १७. काशकृत्स्नधातुव्याख्यानम् ८, ३३. धातुपारायणम् २४७, २९४ १६, ४७, ११६, १२५, ३४. धातुप्रदीप: २४६ ३२३, ३२८ |३५. धातुवृत्ति: १७० ८. काशकत्स्नव्याकरण ३६. धातुसूत्रम् २४९ १९. काशिका ७५, १६१, १६३, ३७. नन्दिकेश्वरकाशिका १६९, २२३ |३८. नागेशपरिभाषा २०. किरातार्जुनीयम् २८१ | ३९. नाट्यशास्त्रम् ४८, १२५ २१. कुमारसम्भवम् २०३ | ४०. नारदपुराणम् ९, १२, ४८, १२६ २२. गणपाठः ३५६ | ४१. निरुक्तम् १६, ३२३, ३२८ ४९

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