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श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय का ३४४वाँ रत्न
कर्म-विज्ञान
: छठा भाग
(संवर तत्त्व के विविध स्वरूपों का विवेचन)
लेखक
: आचार्य श्री देवेन्द्र मुनि
सम्पादक
: विद्वद्रत्न मुनि श्री नेमिचन्द्र जी
: वि. सं. २०५३, श्रावण शुक्ला १
अगस्त १९९६
प्रकाशक/प्राप्ति-स्थान : श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय
गुरु पुष्कर मार्ग, उदयपुर-३१३ 00१ फोन : (०२९४) ४१३५१८
HGUI
: श्री राजेश सुराना द्वारा, .
दिवाकर प्रकाशन ए-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड आगरा-२८२ ००२ फोन : (०५६२) ३५११६५
: एक सौ पच्चीस रुपया