Book Title: Jainendra ke Katha Sahitya me Yuga Chetna
Author(s): Ajay Pratap Sinh
Publisher: Ilahabad University

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Page 12
________________ • अदर्शन • अन्तर्विवाद • संघर्ष • कथोपकथन शिल्प • द्विमुखी संवाद • देशकाल तथा वातावरण निर्माण • प्रकृति-चित्रण • भाषा-शैली • संक्षिप्तता • अनिश्चयात्मकता की शैली • तुलनात्मक शैली • समर्थ भाषा • वाक्य रचना • शब्द भण्डार • उद्देश्य प्रतिफलन शिल्प • उपसंहार •सहायक ग्रन्थ सूची 210-215 216-221

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