Book Title: Jaina Stupa At Mathura Art And Icons
Author(s): Renuka J Porwal
Publisher: Prachya Vidyapith
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V. VENKATYA
FRONT.
Fig. 39
Fig. 41-A
Illustrations
DACK
Fig. 40
267
अभिलेख
१- नमो अरहतो वर्धमानस आराये गणिकास्ये लोण शोभिकाये धितु शमण साविकाये। ३- नादाये गणिकाये वसु (ये) अरहतो देविकुल४- आयाग सभा प्रपा शिल (T) प (टो) पतिस्थापितो निगथा
५-नां अरह (ता) यतने स [हा] म (T) तरे भगनिये धितुरे पुत्रेण ६- सर्वेन च परिजनेन अरहत पूजाये
Fig. 41-B
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