Book Title: Jaina Paribhashik Shabdakosh
Author(s): Vishrutvibhashreeji, Mahendramuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 411
________________ ~~: 394 : Jaina Pāribhāșika Sabdakośa/Figure Tamaskāya अबि नामक विमान सारबनदेव ___ अचिमाली विमान आदित्यदेवर प्रथम युगल ७०० देवतो परिवार उत्तर अव्यावाध देव १ शुक्राभि (अग्नेय देव सुप्रतिष्टाभ विमान ६००० देव परिवार बिमान ७ अरिष्टाभदेव: अरिराम विधान के कमी देव परिवार२ वहिन देत वेगेवन यिन्यन: अरिष्टार्भावमान दक्षिण वायव्य विरुणेन्द्र देव २ला प्रभकर दिमान द्वितीय युगल १००० . SSlagi خنديته Aalatka0000 Missistant नैऋत्य र प्रत्तर पश्चिम द्वितीय प्रत्तर २ प्रथम प्रत्तर ' माहेन्द्र, सनतकुमार ३].:. ...] इंशाण२ सोधर्म१ १ .असंगत सातापसमुहको तार होकर, यह महाजन नियोजन एमाणावरता कारसम्म हासर प.नार असत्यात यो २००० योजन जाने Pathan ells Mananthers CERecentRAD

Loading...

Page Navigation
1 ... 409 410 411 412 413 414