Book Title: Jain Vidya 10 11
Author(s): Pravinchandra Jain & Others
Publisher: Jain Vidya Samsthan

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Page 180
________________ हमारे प्राप्य महत्त्वपूर्ण प्रकाशन 20/ 12/ 1-3. राजस्थान के जैन शास्त्र भण्डारों की ग्रन्थ-सूची-तृतीय, चतुर्थ, पंचम भाग मूल्य सम्पादक-डॉ. कस्तूरचन्द कासलीवाल एवं अनूपचन्द न्यायतीर्थ 350/4. जैन ग्रन्थ भण्डार्स इन राजस्थान-लेखक-डॉ. कासलीवाल 50/5. महाकवि दौलतराम कासलीवाल : व्यक्तित्व एवं कृतित्व / लेखक-डॉ. कस्तूरचन्द कासलीवाल राजस्थान के जैन सन्त : व्यक्तित्व एवं कृतित्व-लेखक-डॉ. कासलीवाल 7. जैन शोध और समीक्षा-लेखक-डॉ. प्रेमसागर जैन 20/8. जिणदत्तचरित–सम्पादक-डॉ. माताप्रसाद गुप्त एवं डॉ. कासलीवाल 9. प्रद्युम्नचरित-सम्पादक-पं. चैनसुखदास न्यायतीर्थ एवं डॉ. कासलीवाल 10. सर्वार्थसिद्धिसार-सम्पादक-पं. चैनसुखदास न्यायतीर्थ 11. चम्पाशतक-सम्पादक-डॉ. कस्तूरचन्द कासलीवाल 12. वचनदूतम् (पूवार्द्ध-उत्तरार्द्ध)-पं. मूलचन्द शास्त्री प्रत्येक 10/13. पं. चैनसुखदास न्यायतीर्थ स्मृति ग्रन्थ 14. बाहुबली (खण्डकाव्य) लेखक-पं. अनूपचन्द न्यायतीर्थ 15. योगानुशीलन-लेखक-कैलाशचन्द बाढ़दार 16. चूनड़िया-मुनि श्री विनयचन्द, अनु.-पं. भंवरलाल पोल्याका 17. आणंदा-कवि महानन्दि, अनु.-डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री 18. मीसुर की जयमाल और पाण्डे की जयमाल मुनि कनककीति एवं कवि नण्हु, अनु.-पं. भंवरलाल पोल्याका समाधि-मुनि चरित्रसेन, अनु.-पं. भंवरलाल पोल्याका बुद्धिरसायण प्रोणमचरितु-कवि नेमिप्रसाद, अनु.-पं. भंवरलाल पोल्याका 21. कातन्त्ररूपमाला-भावसेन त्रैविद्यदेव 22. बोधकथा मंजरी-श्री नेमीचन्द पटोरिया पुराणसूक्तिकोष 24. वर्धमानचम्पू-पं. मूलचन्द शास्त्री 25. चेतना का रूपान्तरण-ब्र. कुमारी कौशल 26. आचार्य कुन्दकुन्द : द्रव्यविचार-डॉ. कमलचन्द सोगाणी 15/27. अपभ्रंश रचना सौरभ-डॉ. कमलचन्द सोगाणी यन्त्रस्थ 28. मृत्यु जीवन का अन्त नहीं-डॉ. श्यामराव व्यास 29. प्राचार्य कुन्दकुन्द-पं. भंवरलाल पोल्याका 30. अतीत के पृष्ठों से-डॉ. राजाराम जैन 31. भगवान् महावीर और उनके सिद्धान्त-श्री रूपकिशोर गुप्ता 19. 15/ 5/

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