Book Title: Jain Vastu Vidya
Author(s): Gopilal Amar
Publisher: Kundkund Bharti Trust
View full book text
________________
प. जगदीश प्रसाद शर्मा, भारतीय वास्तुविज्ञान, जयपुर (विद्या भवन),
1995 |
टोडरमल्ल, वास्तुसौख्य (सं. आचार्य कमलाकान्त शुक्ल), वाराणसी (संपू संस्कृत विश्वविद्यालय), 1996 |
देवीदास पोसेट्टी अन्नलदास, वास्तु वैभव, शोलापुर (गायत्री पब्लिकेशन),
1994 |
डॉ. द्विजेन्द्रनाथ शुक्ल, भारतीय स्थापत्य, लखनऊ (हिन्दी समिति, सूचना विभाग), 1968 |
डॉ. द्विजेन्द्र नाथ शुक्ल, समरांगण सूत्रधार वास्तु-शास्त्रीय भवन-निवेश, नई दिल्ली (मेहचंद लछमनदास पब्लिकेशन्स), 1994 |
सूत्रधार नाथजी, प्रासाद-मंजरी (स. प्रभाशंकर ओघडभाई सोमपुरा), पालीताना (गोरावाड़ी, शिल्पि निवास), 1965 |
ठक्कुर फेरु, वत्थु सार-पयरण (सं. भगवानदास जैन), जयपुर (जैन विविध ग्रंथमाला), 1936 1
ब्रजमोहन दम्माणी, भारतीय वास्तुकला, बीकानेर (कामेश्वर प्रकाशन), 19961 भोजदेव, समरांगण सूत्रधार - वास्तु-शास्त्रम् (भवन-निवेश ) (सम्पा. डॉ. द्विजेन्द्रनाथ शुक्ल), नई दिल्ली (मेहरचंद लछमनदास पब्लिकेशन्स), 1965 1 सूत्रधार मडन, प्रासाद-मंडन (सं. भगवानदास जैन) जयपुर (बी.एस. शर्मा.)
1961 |
सूत्रधार मडन, रूप-मंडन (स. डॉ. बलराम श्रीवास्तव), वाराणसी (मोतीलाल बनारसीदास), 1984 |
आचार्य वसुनन्दी, वसुनन्दि-श्रावकाचार, दिल्ली (दिगम्बर जैन मंदिर, गुलाब वाटिका), 1989-90/
विजया शर्मा, गृहप्रकरणम्, जयपुर (रश्मिप्रभा), 1995 |
विन्ध्येश्वरी प्रसाद द्विवेदी, वास्तुरत्नाकर, वाराणसी (चौखम्बा संस्कृत सीरिज),
जैन वास्तु-विद्या
103

Page Navigation
1 ... 127 128 129 130 131