Book Title: Jain Tirth aur Unki Yatra
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 124
________________ [ १२० ] ६. ट्रेन में बेफिक्री से नही सोना चाहिये और न अपना रुपया किसी के सामने खोलना चाहिये और सब सामान अपने पास रक्खे । १०. साथ में मजबूत ताला रक्खें, जो ठहरने के स्थान में लगावें । ११. खाने पीने का समान देखकर विश्वासपात्र मनुष्य से खरीदें । स्त्रियों और बच्चों को अकेले मत जाने दो । १२. यात्रा में बहुत सामान मत खरीदो, यदि खरीदो तो पार्सल से घर भेज दो । १३. यदि संयोग से कोई यात्री रह जाय तो दूसरे स्टेशन पर उतर कर तार करना चाहिये, उसे साथ लेकर चलना चाहिये। १४. यदि किसी डिब्बे में अपना सामान रह जाय तो डिब्बे का नं० लिखकर तार करना चाहिये जिससे अगले स्टेशन पर वह "उतार लिया जावे। प्रमाण देकर उसे वापिस ले लेना चाहिए । १५. किसी भी पंडे या बदमाश का विश्वास नहीं करना चाहिये । १६. कुछ जरूरी प्रौषधियाँ और अमृतधारा, स्प्रिंट, टिन्चरप्रायोडीन भी साथ रखना चाहिये।

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