Book Title: Jain Thoughts And Prayers English Gujarati
Author(s): Kanti V Mardia
Publisher: Yorkshire Jain Foundation

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Page 26
________________ 11. बोधिदुर्लभ सम्यक् ज्ञान कठिनाई से ही प्राप्त होता है। यह केवल मनुष्य जीवन है जो सम्यक् बोधि प्राप्त करने एवं मोक्ष प्राप्ति के लिये विशेषाधिकार प्राप्त है। 12. धर्म - स्वाख्यातत्व : तीर्थंकरों के उपदेश ही सत्य हैं जिनके माध्यम से व्यक्ति अपने वास्तविक स्वरूप को जानता है और अनंत शांति के लक्ष्य को प्राप्त करता है। For Private & Personal Use Only www.yjf.org.uk 51 ॐ हो अहम् नमः ।। योगीराज जितने जगमाही कोई शान्तिसूरी सम नाही * Shanti Suri Maharajji, 1889-1943 (Mandoli, Sirohi) For Private & Personal Use Only www.yjf.org.uk 52

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