Book Title: Jain Tark Bhasha
Author(s): Vijayodaysuri
Publisher: Jashwantlal Girdharlal Shah

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Page 1
________________ न्यायविशारद - न्यायाचार्य - महोपाध्याय - श्रीयशोविजयगणिप्रवरविरचिता, जैन तर्क भाषा सा च शासनसम्राट् - बालब्रह्मचारी आचार्यप्रवर श्रीविजयने मिसूरीश्वर पट्टालंकार सिद्धांतवाचस्पति न्यायविशारद आचार्यश्रीविजयोदयसूरीश्वरप्रणीत 'रत्नप्रभा'ऽख्यटीकया समलंकृता. प्रकाशकः जशवन्तलाल गिरधरलाल शाह रूपासुरचंदनी पोल, अमदावाद [गुजरात] मूल्यम् ६-०-०

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