Book Title: Jain Shwetambar Mandiravali
Author(s): Jain Shwetambar Conference
Publisher: Jain Shwetambar Conference
View full book text
________________
मारवाड)
तालुको शीरोही.
१८५
नोकर सख्या .
संख्या .
प्रतिमा बंधायनी!
संख्या. मूळ नायकजीन नाम.
मकाननी
| पादुकास
बंधी हकी स्थिति. । कत.
रिमार्क.
साल
पाषाणनी.
घातना
रत्ननी. | चांदीना.
धातुना.
यंत्रा.
1 अन्य धर्मी.
पगला जोड
पगलां
८ |९१०११/१२/१३/14 १९०० श्रीसुपार्श्वनाथजी. |३||0|२ १९३८ श्रीअजितनाथजी. १३२ ० १९.१०|" १९५३ श्री चंद्रप्रभुजी. १९५४ श्री शांतिनाथजी १९३१ श्रीआदीश्वरजी.
श्री अजितनाथजी. १९४५ श्री पार्श्वनाथजी.
.
१९४८ | श्री. जीरावला पार्श्व-८४०१२ • ५/१
नाथजी. खबरनथी. श्री. अजितनाथजी. २ ० १ ०.३00,
पगला बोड
M
१११३६९७१३
०
०
__
०
१०८८ श्री पादीश्वरजी. १२८७ श्री नेमिनाथजी. १५२५ | श्रीऋषभदेवजी. खबरनथी. श्री पार्श्वनाथजी.
श्री पार्श्वनाथजी. श्री आदीश्वरजी.
श्री कुंथुनाथजी. ., श्री शांतिनाथजी.
| श्री आदीश्वरजी. २0१४ • 1030/016
.
०
-१२६१.
१५२६
०
.
4
.
०
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com

Page Navigation
1 ... 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274