Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 5
Author(s): Bhujbal Shastri, Minakshi Sundaram Pillai
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 334
________________ सहायक ग्रंथों की सूची २२३ प्रशस्तिसंग्रह-भुजबली शास्त्री-जैन सिद्धान्त भवन, आरा, सन् १९४२. प्राकृत साहित्य का इतिहास-जगदीशचन्द्र जैन-चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी, सन् १९६१. प्राचीन जैन लेखसंग्रह-जिनविजयजी-आत्मानन्द जैन सभा, भावनगर, सन् १९२१. भारतीय ज्योतिष-नेमिचन्द्र शास्त्री-भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, सन् १९५२. भारतीय विद्या (त्रैमासिक)-भारतीय विद्याभवन, बम्बई. भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान-हीरालाल जैन-मध्यप्रदेश शासन साहित्य-परिषद्, भोपाल, सन् १९६२. राजस्थान के जैन शास्त्रभंडारों की ग्रन्थसूची-कस्तूरचन्द कासलीवाल दि० ० अतिशय क्षेत्र, जयपुर, सन् १९५४. लांबडीस्थ हस्तलिखित जैन ज्ञानभंडार-सूचीपत्र--मुनि चतुरविजयजी आगमोदय समिति, बम्बई, सन् १९२८. शब्दानुशासन-मलयगिरि-सं० बेचरदास दोशी-ला० द० भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर, अहमदाबाद, सन् १९६७. संस्कृत व्याकरणशास्त्र का इतिहास-युधिष्ठिर मीमांसक-वैदिक _____ साधनाश्रम, देहरादून, वि० सं० २००७. सरस्वतीकंठाभरण-भोजदेव-सं० केदारनाथ शर्मा तथा वा० ल० पणशीकर निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, सन् १९६४. Annals of the Bhandarkar Oriental Research Institute-Poona, 1931–32. Bhandarkar Mss. Reports-Poona:, 1879-80 to . 1887-91. Bhandarkar Oriental Research Institute Catalo. gues-Poona. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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