Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 4
Author(s): Mohanlal Mehta, Hiralal R Kapadia
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 400
________________ सहायक ग्रन्थों की सूची ३८५. द्रव्यसंग्रह-नेमिचन्द्र-आरा, सन् १९१७ । नमस्कार स्वाध्याय-जैन साहित्य विकास-मंडल, विले पारले, बम्बई । न्यायसूत्रप्रमेयकमलमार्तण्ड-प्रभाचन्द्र-निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, सन् १९४१ । प्राकृत साहित्य का इतिहास-जगदीशचन्द्र जैन-चौखम्बा विद्याभवन, वाराणसी, सन् १९६१ । बुद्धचरित-धर्मानन्द कोसंबी-नवजीवन कार्यालय, अहमदाबाद, सन् १९३७ । भगवद्गीतायोगदर्शन तथा योगविशिका-जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, सन् १९२२ । शास्त्रवार्तासमुच्चय-हरिभद्रसूरि-निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, सन् १९२९ । श्रमण-पाश्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी-५ । श्वेताश्वतरोपनिषद सन्मति-प्रकरण-सिद्धसेन दिवाकर-पूंजाभाई जैन ग्रन्थमाला, अहमदाबाद, सन् १९३२ । समदर्शी आचार्य हरिभद्र-सुखलालजी संघवी, बंबई युनिवर्सिटी सन् १९६१ । सर्वदर्शनसंग्रह-माधवाचार्य-भाण्डारकर ओरियन्टल रिसर्च इंस्टिटयूट, पूना, सन् १९२४ । स्वयम्भूस्तोत्र-समन्तभद्र-वीर-सेवा-मन्दिर, सहारनपुर, सन् १९५१ । हरिभद्रसूरि-हीरालाल र० कापड़िया-सूरत, सन् १९६३ । Annals of the Bhandarkar Oriental Research Institute-Poona. Descriptive Catalogue of the Government Collection of Manus cripts-Bhandarkar Oriental Research Institute, Poona. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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