Book Title: Jain Prabodh Pustak 01 Author(s): Bhimsinh Manek Shravak Mumbai Publisher: Shravak Bhimsinh Manek View full book textPage 3
________________ ३८०८ BEATEN TE 0 cho 0001 Cho C जैनप्रबोध पुस्तक नाग पहेलो एम समस्त श्रावक नाइने अवश्य खपमां याववा योग्य एवां स्तवनादिकोने 'यथायोग्य शुद्ध करी श्रावक भीमसिंह माणकें श्री मुंबापुरी मध्ये. निर्णयसागर मुद्रायंत्रमां मुद्रित कराव्यां है. संवत् १९४५ ना सन १८८९. माघशुक्ल ५ मी मंगळवार. आ ग्रंथ छापवानो हक्क, सन १८६७ ना पचीशमा आकटभुजब मालेकें पोतानें स्वाधीन राखेलो छे. Yo 2002:Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 827