Book Title: Jain Dharm Ka Parichay
Author(s): Bhuvanbhanusuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 360
________________ इस पुस्तक को पढ़ने से लाभ पढ़ने वाले को सर्वप्रथम लाभ यह है कि उसको बात का भान होगा किजैनधर्म में सिखाए जाने वालें तत्त्वकितनी अधिकमात्रा में गम्भीर अर्थ वालें, अद्वितीय और असाधारण हैं तथा कैसी मार्गसूचक विशेषताओं से सम्पन्न है। इससे मानवजीवन की इतिकर्तव्यता का भी ज्ञान होता है। दूसरा लाभ यह है कि आर्य संस्कृति जैन धर्म और इसके शासन संस्थापक तीर्थंकर भगवान के प्रति असीम सन्मान उत्पन्न होगा। वह उत्तम रीत से जीवन व्यतीत करने में उपयोगी सिद्ध होगा, साथ ही यह भी समझ में आ जायेगा कि भौतिक विज्ञान की अपेक्षा आध्यात्मिक ज्ञान कितना बढ़िया, जीवन में सच्ची शांति, स्फूर्ति तथा समृद्धि प्रदान करने वाला और भव्य तत्त्वदृष्टिदायी है। कुमारपाल वी. शाह ISBN: 978-81-925531-7-7 97881921553177|| Rs:100.00

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