Book Title: Jain Darshan me Achar Mimansa
Author(s): Chhaganlal Shastri
Publisher: Mannalal Surana Memorial Trust Kolkatta
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जैन दर्शन में आचार मीमांसा
सूत्र कृतांग — सू०
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सूत्र कृतांग वृत्ति - सू० ०
सांख्यकारिका सां० का०
सेन प्रश्नोत्तर - सेन ०
स्थानांग सूत्र - स्था० स्वाद्वाढ मंजरी - स्या० मं०
स्याद्वादरत्नाकरावतारिका - स्वा० २०
शान्त सुधारस - शा० सु० श्री ज्ञानसागर सूक्त--- हारिभद्र अष्टक - हा० अ० हिन्दुस्तान (दैनिक ) -- हि०
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