Book Title: Jain Darshan ke Mul Siddhanta
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 163
________________ Jain Education International आचार्य महाप्रज्ञ की प्रमुख कृतियां मन के जीते जीत आभा मण्डल किसने कहा मन चंचल है जैन योग • चेतना का ऊर्ध्वारोहण एकला चलो रे • मेरी दृष्टि : मेरी सृष्टि अपने घर में एसो पंच णमोक्कारो मैं हूं अपने भाग्य का निर्माता समस्या को देखना सीखें नया मानव : नया विश्व • भिक्षु विचार दर्शन अर्हम् मैं : मेरा मन : मेरी शान्ति समय के हस्ताक्षर आमंत्रण आरोग्य को महावीर की साधना का रहस्य घट-घट दीप जले अहिंसा तत्व दर्शन अहिंसा और शान्ति • कर्मवाद संभव है समाधान • मनन और मूल्यांकन • जैन दर्शन और अनेकान्त शक्ति की साधना धर्म के सूत्र • जैन दर्शन : मनन और मीमांसा आदि-आदि www.jainexbrary.org

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