Book Title: Jage So Mahavir
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 253
________________ जागे सो महावीर धर्म की बातें थोड़ी-सी हैं, छोटी-सी हैं। महत्त्व बस उन्हें समझने का है, है। जीकर ही देखा - कहा जा सकता है कि धर्म मनुष्य को क्या देता है । भगवान हमारी मुक्ति चाहते हैं । वे स्वयं मुक्त हैं और हमारी मुक्ति की हमें व्यवस्था दे रहे हैं। हम मुक्ति को भी समझें और अपने बन्धनों को भी । भीतर आग लगी है, यह बात जिस दिन समझ में आ जाएगी, हममें से हर कोई व्यक्ति उस स्थान पर जाने के लिए स्वत: तत्पर हो जाएगा, जहाँ शान्ति है, शीतलता है, समरसता है, मुक्ति की पाजेब है । २४४ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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