Book Title: Hemchandracharya ni Agam vani
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: ZZ_Anusandhan
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________________ अनुसन्धान-५४ श्रीहेमचन्द्राचार्यविशेषांक भाग-२ जै.त. - जैनतर्कभाषा, परिच्छेद - 6-17, कर्ता - उपा. श्रीयशोविजयजी, सं. - पं. सुखलालजी संघवी, प्र. - सिंघी जैन ग्रन्थमाला - अमदावाद, कलकत्ता, 1938 सन्मतिटीका - 553, 618 पृष्ठ, कर्ता - श्रीअभयदेवसूरिजी, सं. - पं. सुखलालजी संघवी, बेचरदास दोशी, प्र. RINSEN Book Co., Kyoto, 1984 लघीयस्त्रय (सटीक), कारिका 5-6, कर्ता - भट्ट अकलङ्कदेव, सं. - महेन्द्रकुमार जैन, प्र. - सिंघी जैन ग्रन्थमाला, 1939 (अकलङ्कग्रन्थत्रयम् अन्तर्गत) तत्त्वार्थ - तत्त्वार्थाधिगमसूत्र (स्वोपज्ञभाष्य साथे), सूत्र 1.15-19, कर्ता - श्रीउमास्वाति वाचक तत्त्वार्थटीका - कर्ता - श्रीसिद्धसेनगणि, सं. - हीरालाल रसिकदास कापडीया, प्र. - देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, 1926 तत्त्वार्थभाष्यविवरण - कर्ता - श्रीयशोविजयजी उपा., सं. - आ श्रीविजयोदयसूरिजी, प्र. - श्रुतज्ञान प्रसारक सभा - अमदावाद, 1995 त. वा. - तत्त्वार्थवार्तिक (सटीक), कर्ता - भट्ट अकलङ्कदेव, सं. - महेन्द्रकुमार जैन, प्र.-भारतीय ज्ञानपीठ - दिल्ही, 1999 श्लोकवार्तिक - तत्त्वार्थश्लोकवार्तिक (सटीक), कर्ता - विद्यानन्दिस्वामि, सं. - मनोहरलाल न्यायशास्त्री, प्र. - सरस्वती पुस्तक भण्डार, अमदावाद, 2002 सर्वार्थसिद्धि - कर्ता - श्रीपूज्यपादस्वामी नन्दीसूत्र - कर्ता - श्रीदेववाचक

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