Book Title: Gotra Pravar Nibandh Kadambam
Author(s): P Chentsalrao
Publisher: Government of Mysore

View full book text
Previous | Next

Page 406
________________ १६ पू. सं. प. सं. गोत्रर्षिनाम. ५० १७ कार्टेषि ११८ १३ काष्र्णायण १६७ | १५ काणयनि ६१ १८ कार्षिण " ८९ २१ १७८ १९ कार्यायन १७० १५ कालकायन ८७ ७ कालकानि ९८ १ कालकिकल कालकृत् ६० १६४ 33 ૮. १३ कालभव १६७ १६९ ३ |कालय ९१ १६ | कालव ९१ २० ८९ १४ कालवव V ov कालम्मानि ८० १३ कालापचय ८६ | १३ | कालाय १२० १७ | कालायन ६० ३७ १६४ १६९ २२ १६७ १९ | कालायस १६८ १५ / कालासि १७१ ૮૪ १८ ११ १८ " " 33 "" कालि कालेय गोत्रर्षिसूचिनी. ग. सं. पू. सं. प. सं. 2 १५ ९७ १८ कालेय ५७ ९८ १७ " ३५ १७६ १६ कालोहवि ३० १७८ ११ काल्कि ३१ ५७ १८ काल्म ६५१११ २० काल्यायन ૪ ૩ २० कrafta ३७ ५६ १६ | कावल्य ५४ १६३ २१ १६१ ४ कावाक्षि १५ कावाधि २५ १७७ ३६ १०७ ३ कावान्धि ३१ १६७ १६ कारि ३९ १७० २ | कापाव ३१ ४९ १८ काश ३७ ३० १८ |काशकृत्स्न ४४ १०१ ५ काश्यप १५ | काश्यपि गोत्रर्षिनाम. ३१ ४३ ३६ १०० ३ | कावहायन ६० १७४ १५ २१ ९१ १९ | काश्वतरेणव 93 ७ ६५ | १९ काष्ट ३५ ९६ " २५ १०० २२ | काष्टकायन ४१ ५० १ काष्ठरेषय ३५ १७४ | २० ३६ १६१ १६ | काष्टिभि काष्ठायन ४८ ५६ ३ काष्ठोदक कास 9 ग. सं. ५१ ५४ ६३ ३१ १९ २४ १३ ५६ ३५ ४१ ५४ १० ५३ १५ ६१ १८ १९ ५३

Loading...

Page Navigation
1 ... 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480