Book Title: Dravyanuyoga Part 3
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj & Others
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 657
________________ २११२ विभंगनाणी ९३, ७०९, ७१३, ९८०, ९८२, ११०७, ११०८, ११७४,१४७५, १४७६, १४७७,१७१३ विमण (अबंभपज्जवणाम) १०२३ विमाणोववन्नग/वण्णग ११२२, १३९३ विमुह (आगासत्थिकायनाम) २९ वियई १४३६ वियच्चा १८९४ वियडजोणिय २७७ वियडाजोणी २७६ वियतपक्खी १५९ वियत्थि ६६९ वियद्द (आगासत्थिकायनाम) २९ वियय (वाद्य) ७२७ वियावत्त (सूत्रभेद) ६३५ विरइ ९७४ विरय १२८२, १५७८, १५८७,१५९१ विरयाविरय ९७४, १२८२, १५७८, १५८७,१५९१ विरयाविरय (जीवट्ठाण) १२१६ विरसाहारा ९६१ विराली (सोउजणपगार) ७२५ विराहणा (अबभपज्जवणाम) १०२३ विराहय १४२६ विराहियसंजम १४९९ विराहियसंजमासंजम १४९९, १५०० विलपंतिया २०९ विलोवम (तिर्यंचआहार) ३५१ विवक्ख (मुसावायपज्जवणाम) १000 विवर (आगासस्थिकायणाम) २९ विवाय (मोहणिज्जकम्मणाम) १०८४ विसकुंभ १३४३ विसपिहाण १३४३ विसभक्खण (बालमरण) १५६१ विसम (आगासस्थिकायणाम)२९ विसमाउयविसमोववन्नग (जीवपगार) १११९, ११२० विसमाउयसमोववत्रग (जीवपगार) १११९ विसमोववण्णग १९६ विसल्लकरणि (पावसुय) ६६३ विसिट्ठ (देविंदनाम) १३८८ विसुज्झमाणय (सुहुमसंपरायसंजय) ८१९ विसुज्झमाणसुहुमसंपरायचरित्तारिय १७१ विसुद्धलेस्स ८७७, ८७८, ८७९ विसंवादणाजोग (मोसोप्पत्तिकरण) ५३७ विस्संदइ १३४५ द्रव्यानुयोग-(३) विह (आगासत्यिकायनाम) २९ विहणिज्ज (भोजनपरिणाम) ३९२ विहाणमग्गण ३६३ विहाणादेस १५६५, १५६६, १५६७, १५६८, १७८६, १७८७, १८६२, १८६३, १८६४, १८६५, १८६६ विहायगइणाम (कम्म) १०९५, १०९७ विहायगई ५५६,५५९, ५६२ वीचिदम्ब ३५९ वीमंसा ५९४, ६६१ वीयराग ७९८, ८२० वीयरागदसणारिय १६५, १६७ वीयरागसंजय १९९, ८६२ वीयरायचरित्तारिय १६७, १६८, १७० वीयी (आगासत्थिकायनाम) २९ वीयीपंथ ९२७, ९२८ वीर (काव्यरस) ७५७ वीरासणिय ९६२ वीरिय ११, १०५, १७७ वीरिय (पूर्व) ६३६ वीरियअंतराय ११३५ वीरियबल १९०९ वीरियलद्धी ७०४,७१७,७१८,७४८,१५४३ वीरियाया १६७५, १६७८,१६७९ वीरियायार ६०१ वीरियंतराय १२३ वीरियंतराय (अंतरायकम्मस्सअणुभावपगार) १२०५ वीरियंतराइय (कम्म) १०१८ वीससा १२ वीससापरिणय (पोग्गल) १८०१, १८११, १८१२, १८१७, १८१८, १८१९, १८२० वीससाबंध १८७१, १९२६ वग्गहपट्ठ ७२२ वुच्छित्तिणयट्ठया ६०० बुट्टिकाय १४११, १४१२ वेअणिज्ज (कम्म) ११४३ वेइया ९८ वेउव्विय १८८, २०३, ३९६, ३९८, ४१०, ४११, ४१७, ४१९, १५०८ वेउब्विय (कायभेद) ५४१ वेउब्बियपोग्गलपरियट्ट १८३२,१८३३, १८३४, १८३६ वेउव्वियपोग्गलपरियट्टनिव्वत्तणाकाल १८३७ वेउब्वियमीसगसरीरकायप्पओग ५४७, ५४८ वेउव्वियमीसगसरीरकायप्पओगी ५४९, ५५०

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