Book Title: Dharmaratnakarandaka
Author(s): Vardhmansuri, Munichandravijay
Publisher: Shardaben Chimanbhai Educational Research Centre
View full book text ________________
४२८
परिशिष्ट ३
६५
२८१
४०१
५२
३५५
२८९
१७४
२६१
१३९ २५२ २७४ ४०८
३७१ २३९ २६०
१८
दमसार दयासार दयासुन्दर दशार्णपुर दसवेयालिय दातृ (दधि) वाहन दातृवाहन दायिकाकूप दीर्घ दुप्पसह दुर्गतकपताक दुर्गता दुर्गशक्ति दुर्गिला दुर्गिला दुर्गिला दुष्प्रसह दृढधर्मन्
२९१ १३९
४००
३७० १२५
४०० ३७१ २५३
धनचन्द्र धनञ्जय धनञ्जय धनद धनदत्त धनदत्त धनपाल धनपाल धनयक्ष धनश्री धनसार धनसुन्दरी धनावह धनावास धनुष धनेश्वर धनेश्वर धनेश्वर धन्य धन्यका धरासार धर्मघोष धर्मघोष धर्मरत्नकरण्डक धातकीखंड धातकीखण्ड
६४
१८
७८
२९२
३७०
२३५
Twitte
४०८
देवकी
७७ २६६
२६६
३२३ २७८ ३४४ २९७
देवदत्ता देवशर्मन् देवशर्मन् द्रोणमेघ द्रौपदी द्वारिकावती द्वीपायन
४०० २६६ ३२२ ४०७
३१२ ३१२
१७१
धन
१८
धान्यपुर
धन धन धन धनचन्द्र धनचन्द्र
१३५ ३४८ ४००
धान्यपुर धान्यसार धारा धारिका धारिणी
९२
१८
३४८
२३५
२५२
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466