Book Title: Dharmabhyudaya Mahakavya
Author(s): Chaturvijay, Punyavijay
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 280
________________ पत्रम् २५ ६८ २५ विदर्भ नाम किम् ? पत्रम् ) नाम किम् ? वालि (श्रमण:) ६२ | वीर (तीर्थकरः) १,६८,९५ वालिखिल्ल (श्रमणः) वीरक (शालापतिः) १७८ वासवमण्डपः (शत्रुञ्जयमण्डपः) १८५ / वीरधवल (राजा) २, १८६ वासुकी (राष्ट्रकूटान्वया) ६५,६७ / वीरमती (श्रेष्ठिपत्नी) वासुदेव (राजा) १७० (राज्ञी) १४२, १४३ वासुपूज्य (तीर्थकरः) १२० वृकोदर (पाण्डवः) विक्रमधन (राजा) १०६,१०७/ वृन्दारक (वनम् ) विक्रमबाहु (,) १०३,१०४ | वृषभ (तीर्थकरः) विचित्रा (दिक्कुमारी) वृष्णि (राजा) १२०, १२५, १४५ विजयखेट (नगरम् ) ११९ वेगवती (राज्ञी) १४४, १४५,१५९ विजयश्री (श्रेष्ठिनी) वेत्रवण (वनम् ) १२२ विजयसेनसूरि (आचार्यः) १,३,१८५, वेमति ( शालापतिः) १७८ १८८,१८९, वैकुण्ठ (कृष्णः ) विजयसेना (राज्ञी) ११९,१२३ वैजयन्ती (दिक्कुमारी) विजया (दिक्कुमारी) २५ वैतात्य (पर्वतः) १४,१८,३२,३८,८३ १२१,१५९ १०३,१०८-११०,११६,११८,१२०, (जनपदः) १२७,१३१, १२१,१२३,१५७,१५९,१६५ १३९,१४१ वैतादयकुमार (देवः) । ३८,४० विदेह (क्षेत्रम् ) २०,१४४ वैदी (राजपुत्री) १३०,१३४,१३५, विद्युन्मती (विद्याधरी ) १०८,१११ १३७-१४१,१४३,१४४,१६२ विद्युन्मालिन् (देवः) ६८,८३ वैभार (पर्वतः) ६८,६९,८१ विनमि (राजपुत्रः) ३१,३२,४०,६२/ वैरोचन (नृपः) १७० विनीता (नगरी) २८,४४,४६,५३ शकटन्यूह (युद्धव्यूहः) १६५ विभ्य (पर्वतः) ७,७०,७४,८४,८८, शकटानन (वनम् ) (व्यन्तरी) १५८ विमल (,) ६२,१८४ (राजा) विमलवोध (मन्त्रिपुत्रः) १११, ११५ | शङ्ख (राजपुत्रः) ११५-११७,१४९ विमलवाहन (कुलकरः) २४ शमपुर (नगरम् ) (श्रमणः) १५८ शतपल्ली (ग्रामः) विमलस्वामिन् (तीर्थकरः) शतवल (राजा) विशालशृङ्ग ११५,११६ शतायुध (राजा) विश्वप्रिय (जनपदः) (पर्वतः) ५४,५५,६१,६२, (वासुदेवः)१५१-१५४,१६२, १८६-१८८ १६५,१६९,१७०, १७२,१७३, | शत्रुन्तप (राजा) १६६ १७६-१७९, १८२ ९७,९८ विष्णुकुमार (श्रमणः) १४७ शत्रुसेन १२० (राजपुत्रः) विष्वक्सेन (राजा) १५७ शन्दविद्या (प्रतीहारी) ( १७३ ग) शमक ३४ (आयुधागाररक्षकः) वीतशोका (नगरी) ६७ / शल्य (राजा) १६७ शकुनि १६७ १०३ शत्रुञ्जय विष्णु शत्रुमर्दन

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