Book Title: Dhammapada 04 Author(s): Osho Rajnish Publisher: Rebel Publishing House Puna View full book textPage 314
________________ नद्ध के ये वचन अनूठे काव्य से भरे हैं। कोई तो कवि होता है शब्दों का, कोई कवि होता है जीवन का। कोई तो गीत गाता है, कोई गीत होता 'है। बुद्ध गीत हैं। उनसे जो भी निकला है, काश, तुम उनके छंद को पकड़ लो तो तुम्हारे जीवन में भी - क्रांति हो जाए। ISUSER81511 4 REBEL BOOKPage Navigation
1 ... 312 313 314