________________ तारण पंथ की साधना भेदज्ञान - इस शरीरादि से भिन्न मैं एक अखण्ड अविनाशी चैतन्य तत्व भगवान आत्मा हूँ, यह शरीरादि मैं नहीं और यह मेरे नहीं। तत्व निर्णय- जिस जीव का जिस द्रव्य का जिस समय जैसा जो कुछ होना है, वह अपनी तत्समय की योग्यता अनुसार हो रहा है और होगा, उसे कोई भी टाल फेर बदल सकता नहीं। चिंतन वैभव के प्रकाशन में मूल्य कम करने हेतु दानदाताओं के नाम श्री महावीर प्रसाद जी श्रावणी कलकत्ता 500/श्री देवीलाल चुन्नीलाल जी चपलोत सूरत 500/श्रीमती चंदाबाई धर्मपरिन सेठ श्री कैलाशचंद जी जैन मिर्जापुर 500/श्रीमती किरणवाई धर्मपत्नि श्री विमल कुमार जी सिंघई मिर्जापुर 500/श्रीमती उमारानी धर्मपत्नि श्री श्रीचंद जी जैन मिर्जापुर 500/श्रीमती राजकुमारी धर्मपनि स्व. सेठ रमेशचंद जी जैन मिर्जापुर 501/श्रीमती अलका धर्मपत्नि सेठ दीपचंद जी जैन मिर्जापुर 501/श्रीमती नीलम धर्मपरिल श्री अशोक कुमार जी गाडरवाड़ा 500/श्रीमती कुंती देवी धर्मपत्नि स्व. श्री ज्ञानचंद जी जैन मिर्जापुर 501/श्रीमती हेमलता धर्मपत्नि श्री अरविंद कुमार जी जैन मिर्जापुर 501/श्रीमती मालती देवी धर्मपरिल श्री महेश कुमार जी जैन मिर्जापुर 501/श्री रामचरण उमेश कुमार जी जैन सतना 501/श्रीमती आराधना धर्मपत्नि श्री दीपेन्द्र कुमार जी सतना 501/श्री आनंद कुमार आजाद कुमार जी जैन अमरपाटन 501/श्रीमती सिताराबाई जैन अमरपाटन 301/श्री भगवानदास ऋषभकुमार जी जैन सतना 251/श्रीमती सुचित्रा धर्मपरिन श्री अनिलकुमार जी जैन मिर्जापुर 251/श्रीमती उषारानी धर्मपरिन श्री नरेशचंद जी जैन अमरपाटन 201/श्रीमती शीलरानी जैन बीना 201/श्रीमती अर्चना समैया बीना 200/श्रीमती इन्द्राणी सिंबई बीना 101/श्रीमती प्रतिभा जगतसाव बीना 101/श्रीमती अरुण मोदी बीना 101/श्रीमती रानी समैया बीना 101/श्रीमती समता रानी सपैया बीमा 101/श्रीमती क्रांति जगतसाव बीना 100/श्रीमती सुमन जगतसाव बीना 100/श्रीमती योजना जगतसाद दीना 100/श्रीमती शिल्पा जगतसाद दीना 100/श्रीमती उषा समैया बीमा 101/श्रीमती विनोद जैन बीना 100/श्रीमती अपर्णा धर्मपनि श्री संजीव कुमार जैन मिर्जापुर 101/श्री छिकोडीलाल मुन्नालाल जी जैन सतना 101/श्री फूलचंद पुष्पेन्द्र कुमार जी जैन सतना 101/श्री सुनील कुमार जी जैन अमरपाटन 101/श्रीमती रनमाला धर्मपत्ति श्री रमेशचंद जी जैन अमरपाटन 101/श्रीमती ज्योति धर्मपत्नि श्री संजय कुमार जी जैन अमरपाटन 101/श्रीज्ञानचंद जी जैन अमरपाटन 101/श्रीमती प्रीति धर्मपत्नि श्री विजय कुमार जी जैन अमरपाटन 100/श्री सुभाषचंद पूरनचंद जी जैन टालवाले अमरपाटन 100/[112] Chintan Vaibhawa वस्तुस्वरूप - मैं ध्रुव तत्व शुद्धात्मा हूं, यह एक-एक समय की चलने वाली पर्याय और जगत का त्रिकालवी परिणमन क्रमबद्ध निश्चित अटल है, इससे मेरा कोई संबंध नहीं है। द्रव्य दृष्टि - द्रव्य को सत्स्वरूप से देखना। जो साधक इस साधना पथ पर चलता है वह तारण पंथी अर्थात् मोक्षमार्गी है। चिंतन वैभव / ]