Book Title: Chaityavandan Bhashya Author(s): Publisher: View full book textPage 4
________________ अरिहं // पुरिमो लोगोऽभय धाम अप्प जिण सव्वं / सत्ययसंपयाणं पटमं 3 लिंगणाइपयं - उग छग मत्ता नगर्ग तिग का चउरी छगं च वीसामा। अरिहंतचेश्मा मानानाति तेयाला अरिहं वंदण सहा अन्नत्यू सुहम एवजा तावा अरिहंतचेझ्यभर बीमामा पमा पटमा | कापमाणा विर्ग तिमुनि पएम मुनि विहिवाएवं पिएपहाणा विहिणा बिहबंदणनितिमा TET -पटममिलोणे उग्जोमानि महाओ मुनेछगमुमत्थर दी गाहा भंते ये चैव चितांचा___ निवासंघकणे महामो निति सुत्तत्रिपिडाणपुगं भाबरणा एवं पंवेब हा RIT - नमत्तम नियनित्तम तिमान भीमा यातमा वीस कोण मालावा मंगाईगाणा हो या या तिनया मगनतसना अन्महिमामतीमायामामा मुन्ना बन्नाPage Navigation
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