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१३४ बृहत्कल्पसूत्रभाष्य : एक सांस्कृतिक अध्ययन ३३. जगदीशचन्द्र जैन, जैनागम साहित्य में भारतीय समाज : चौखम्बा विद्या
भवन चौक, वाराणसी, १९६५। ३४. जैन साहित्य का बृहद् इतिहास : डॉ. मोहन लाल मेहता, वाराणसी, १९६७। ३५. जैन साहित्य का बृहद् इतिहास भाग-१ (पं. वेचरदास) : वाराणसी, १९६६ ३६. जैन आगम (पं. दलसुख मालवणिया) : जैन संस्कृति संशोधन मण्डल,
बनारस सन् १९४७। ३७. जिनरत्नकोश (हरिदामोदर वेलणकर) : भण्डारकर ओरियेन्टल इन्स्टीट्यूट
पूना, सन् १९४४। ३८. जैन आगम औपपातिक सूत्र का सांस्कृतिक अध्ययन : विजयमुनि,
जिनविजय, अभिनन्दन ग्रंथ। ३९. जैन शास्त्रों में अट्ठारह श्रेणियों का नामोल्लेख : ज्ञानचन्द्र, श्रमण वर्ष २४
अंक २। जैन कल्चर : अरहन मुकेश जैन, महावीर जयंति स्मारिका, १९८१, खण्ड ५। जीतकल्प भाष्य (जिनभद्रगणि, पुण्यविजय) : अहमदाबाद, विक्रम संवत्
१९१४।
४२. द इण्डस वैली सिविलाइजेशन (मा. ह्विलह) : कैम्ब्रिज, १९५३। ४३. द डांस ऑफ शिव : कुमार स्वामी। ४४. दशवैकालिक सूत्र, संपा. मधुकर मुनि, आ.प्र.स., व्यावर, १९८५ ४५. दशवैकालिक चूर्णि (जिनदासगणि) : जैन श्वेताम्बर संस्था, जामनगर। ४६. दशाश्रुतस्कंध : जैनशास्त्रमाला कार्यालय, लाहौर। ४७. दशवैकालिक चूर्णि, (जिनदासगणि) : रतलाम, १९३३। ४८. दशाश्रुतस्कंध चूर्णि : भावनगर, सं. २०११। ४९. निरयावलिका सूत्र : जैनशास्त्रोद्धार समिति, राजकोट। ५०. निशीथसूत्र (भाग १ से ४ भाष्य और चूर्णि सहित) : सन्मति ज्ञानपीठ,
आगरा। ५१. नितिवाक्यामृत (सोमदेवसूरि) : महावीर जैन ग्रंथ माला, वाराणसी।