Book Title: Bhagwan Mahavir ki Parampara evam Samsamayik Sandarbh
Author(s): Trilokchandra Kothari, Sudip Jain
Publisher: Trilok Ucchastariya Adhyayan evam Anusandhan Samsthan
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पत्र-पत्रिकायें 1. प्राकृतविद्या 2. जैन-गजट 3. जैन-मित्र 4. जैन-हितैषी 5. दिगम्बर-जैन 6. जैन-सिद्धांत-भास्कर 7. जैन-महिलादर्श 8. जैन-जगत् 9. अनेकान्त 10. वीर
11. जैन-सन्देश 12. सन्मति-सन्देश 13. वीरवाणी
14. सम्यग्ज्ञान 15. श्रमण 16. अहिंसा-वाणी 17. तीर्थंकर 18. सन्मति-वाणी 19. वीतराग-वाणी 20. अर्हत्-वचन 21. प्राकृत-भारती 22. शोधादर्श
23. दर्शन-ज्ञान-चारित्र 24. अंकलेश्वर 25. रत्नत्रय
26. अहिंसा 27. अहिंसा-सन्देश 28. झरता करुणा स्रोत 29. जैन-प्रचारक 30. तारण-बन्धु 31. : बालादर्श
32. करुणादीप 33. धर्म-मंगल 34. समन्वय-वाणी 35. युगवीर 36. परिणय-प्रतीक 37. स्याद्वाद
38. ज्ञानगंगा 39. अहिंसा-समीर 40. इण्डियन एक्सप्रेस लेख 1. मानमल जैन, जैन-समाज का धर्म व दर्शन के क्षेत्र में योगदान (अप्रकाशित
लेख, ई-11, सरोवर नगर, बल्लभबाड़ी, कोटा। 2. श्री रामसिंह तोमर, जैन-साहित्य की हिन्दी-साहित्य को देन, प्रेमी
अभिनन्दन-ग्रन्थ, टीकमगढ़, 1946.
भगवान् महावीर की परम्परा एवं समसामयिक सन्दर्भ
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