Book Title: Bbhakti Karttavya
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram

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Page 126
________________ शुद्धि-पत्रक पृष्ठ पंक्ति शुद्ध अशुद्ध रूपे थाय छे हुँय रूपे स्थित थाय छे करने प्रपंचमा शुय करीने प्रपंचमां पश्चात्ताप पश्चाताप यथायोग्य कंइ ने कई कर्तापर्यु इष्ट 3 16 5 13 5 14 98 99 10 6 10 7 13 1 15 11 15 13 186 18 12 18 14 19 17 2018 24 2 263 266 28 1 34 18 35 12 35 19 379 37 17 37 20 39 2 39 14 यथायोग कइ न कंइ कर्ता पशु ईप्ट थाय छे सत्यपुरुषोए वृति आओ थया छ, थाय छ सत्पुरुषोए वृत्ति मतार्थी NNNN - ooo आत्म भांखु कृष चरित्रनो उददेशथी तेहनों उपदाननु अठवत एमा थाओ मतार्थी आतम भाखं कृश चारित्रनो उपदेशथी तेहनो उपादाननु अठवत् एमां वंदु वदु श्रीसुख श्रीमुख

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