Book Title: Ashtaprakari Navang Tilak ka Rahasya Chintan
Author(s): Bhuvanbhanusuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 47
________________ . श्री अरिहंत भगवंतो की पूजा पाप का लोप करती है। दुर्गति का दलन करती है। आपत्ति का नाश करती है। पूण्य को इकट्ठा करती है। लक्ष्मी को बढाती है। आरोग्य को पुष्ट करती है। प्रसन्नता खिलाती है। यश उत्पन्न करती है। स्वर्ग देती है। और अन्त में मोक्ष की प्राप्ति कराती है। COCOCOCOCOCOCO Jain Education International Private Sersonal Use Onlyww.jainelibrary.org

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