Book Title: Apbhramsa Vyakarana Hindi
Author(s): H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 260
________________ सव्व 366.2, 429.1, 438.2 सव्वंग - छइल्ल 412.2 सव्वायर 422.6 सव्वासण-रिउ-संभव 394.3 ससहर 422.8 सलि - मंडल - चंदिम 349.1 -राहु 382 ससि - रेह 354.2 √ सह 382, 422.23, 438.2 सह 339 सहस- त्ति 352 सराव 422.23 सहि 332.1, 358.1, 367.1, 379.3, 390, 401.4, 414.3, 444.5 सहुँ 356,419.5 सामन्न 418.8 सामल 303.1 सामि 334.1, 340.2, 341.2, 409, 422.10 सामि - पसाय 430.3 सायर 334.1, 383.2, 395.7, 419.6 सार 365.3, 395.7, 422.12 सारस 370.4 सारिक्ख 404.1 सावण 357.2 साव - सलोण 420.5 . सार्वौल 344.2 सास 387.1 सासानल - जाल-झलक्किअ 395.2 साह 366.1, 422.22 सिंग 337 √ सिक्ख् 344.2, 372.2 १९५ Jain Education International सिक्ख 404.1 सिद्धत्थ 423.3 सिम्भ 412.1 सिर 367.4, 423.4, 445.3, 4 सिरि 370.3 सिरि- आणंद 401 .3 सिल 337 सिलायल 341.1 सिव 440 सिव - तित्थ 442.2 सिसिर 3572 सिसिर - काल 415.1 सिहि - कढण 438.2 सीअल 343.1 सीअल - जल 415.1 सीमा - संधि 430.3 सील - कलंकिअ 428 सीस 389.1, 446 सीह 418.3 सीह-चवेड- चडक्क 406.1 सुअ 376.2 सुअ 432 सुअण 336.1, 338, 406.3, 422.11 सुइणंतर 434.1 सुइ- सत्थ 399.1 सुंदर - सव्वंग 348.2 सुकिअ 329 सुकिद 329 सुकृद 329 सुक्क् 427.1 सुक्ख 340.1 सुघ 396.2 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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