Book Title: Anekant 2012 Book 65 Ank 02 to 04
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 286
________________ 94 Four noble eightfold path truths; I Imams Priests, ministers. pastors, bishops. To give up all Possessions. Non-Violence, Key monk -UON SMOA Possessiveness, truth, non-stealing, managing sensual desires Editor-Yogendra Jain By Courtsey - Jainway of life (JAINA- U.S.A) (Summarised and Edited by Nihal Chand Jain) अनेकान्त 65/4 अक्टूबर-दिसम्बर 2012 आचार्य जुगलकिशोर 'मुख्तार' स्मृति व्याख्यानमाला स्नेहिल - आमंत्रण - (समय - 23 दिसम्बर 2012 रविवार प्रातः 10.30 से दोपहर 2.00) समारोह अध्यक्ष - न्यायाधीश माननीय अभय गोहिल जी प्रमुख वक्तागण १. डॉ. एम.बी. मोदी वैज्ञानिक D.R.D.O. नई दिल्ली २. प्रो. डॉ. अनुपम जैन इन्दौर (म. प्र. ) ३. आचार्य राजकुमार जैन, इटारसी (म. प्र. ) समारोह निदेशक - डॉ. जयकुमार जैन, मुजफ्फरनगर समारोह संयोजक - प्राचार्य पं. निहाल चंद जैन, निदेशक वीर सेवा मंदिर - स्थानः वीर सेवा मंदिर का वातानुकूलित सभागार २१ दरियागंज नई दिल्ली 2, दुरभाष न. 23250522. वीर सेवा मंदिर के पदाधिकारीगण कार्यकारिणी सदस्य, आजीवन सदस्य, विद्वज्जन एवं समस्त प्रबुद्ध श्रोतागण - सादर आमंत्रित है। निवेदक : सुभाष जैन (शकुन प्रकाशन) अध्यक्ष - वीर सेवा मंदिर 21 दरियागंज नई दिल्ली 2

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