Book Title: Agam 43 Mool 04 Uttaradhyayan Sutra Part 02
Author(s): Jaykirtisuri
Publisher: Bhadrankar Prakashan

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Page 368
________________ परिशिष्टम् [९] दीपकाटीकागत-उल्लिखितदृष्टान्तनामानि ॥ अ० गा० ३२-८९ ५-प्रारम्भे ३२-९८ ३२-९३ १०-३ WW० । م م दृष्टान्तः इभ उदायिनृपानुमृतगुरु कण्डरीक कुघटभञ्जक कुशाग्रजलबिन्दु कोट्टवीर कौण्डिन्य क्षपकर्षि गजसुकुमालवत् गन्धप्रियकुमार गोविंदवाचक चिलातीपुत्र जमालि जमालि तण्डुलमत्स्य तन्दुलमत्स्य द्रौपदी द्रुमपत्र धर्मरूचि नागश्री ब्रह्मदत्त भरत १५-११ २-२१ ३२-४९ २८-२१ २८-२६ ३२-९८ ५-४ ३२-९८ ३२-७२ १०-३ ३२-७२ ३२-७२ ९-५१ २३-३३ ३-१० २-२सू० ९-३ ३२-४९ २९-५९ ३२-८९ श्रेणिक सनत्कुमारचक्री सुबन्धु सुबन्धु सूची सोमिल Jain Education International 2010_02 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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