Book Title: Agam 40 Mool 01 Aavashyak Sutra Part 01
Author(s): Bhadrabahuswami, Kusumpragya Shramani
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 591
________________ प्रयुक्त ग्रंथ सूची 529 ग्रंथ-नाम संस्करण सन् १९७६ समराइच्चकहा प्रकाशन श्री अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी | जैन संघ, बीकानेर अहिंसा मंदिर प्रकाशन, दिल्ली जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.) समयसार लेखक/संपादक आचार्य हरिभद्र सं. छगनलाल शास्त्री आचार्य कुंदकुंद वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ वा. प्र. आचार्य तुलसी सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ आचार्य विश्वनाथ समवाओ सन् १९८४ जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.) समवायांग प्रकीर्णक (अंगसुत्ताणि भाग १) साहित्य दर्पण सन् १९७७ जानकीनाथ काव्यतीर्थ, कलकत्ता साहित्य और संस्कृति देवेन्द्र मुनि सन् १९७० भारतीय विद्या प्रकाशन, वाराणसी सामाचारी शतक समयसुंदरगणि वि. सं. १९९६ जिनदत्त सूरि ज्ञान भंडार, सूरत सूत्रकृतांग टीका आचार्य शीलांक मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली सूत्रकृतांग नियुक्ति ले. आचार्य भद्रबाहु | प्र. सं. सन् १९९९ जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज.) (नियुक्ति पंचक) वा. प्र. आचार्य तुलसी प्र. सं. समणी कुसुमप्रज्ञा स्थानांग टीका अभयदेव सरि प्र. सं. सन् १९३७ | सेठ माणेकलाल चुन्नीलाल, अहमदाबाद A History of Indian Maurice winter nitz Sec. 1993 Motilal Banarsidas literature A History of the Hiralal Rasikdas Hiralal Rasikdas Kapadia Canonical literature of Kapadia the Jainas Parisita Parva Acharya Hemachandra | F. E. 1980 Shreemati gugobai jain Suri turst, Bombay Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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