Book Title: Agam 23 Upang 12 Vrashnidasha Sutra Vanhidasao Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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सिरिकुड-सीमाविक्यभ
सिरिकूड (श्रीकूट ) ज ४९४४
तरिधर (श्री) ज ३१२२० सिरिचंद (श्री) ज ४११५५,२२४११ सिरिया (श्रीया) ज ४१२२४८१ सिरियाम (श्री) ५६७ तिरिदेशित (श्री) ४२४ fafetit (47) 3 12 सिरिया (श्रीवा) ज ४।१५५१२ तिमहिया (श्रीसीता) ज ४११५५/२,२२४११ तिरिवडिल्य (श्रू वतंसक ) ४१५ सिरिवडें (ग) उ४१२४ सिरिच्छ (श्री ला) ३१३,३६,११६,१७८
४२८
लिखिच्छा (श्री) निरिसंह (श्री) सू २०१८ ११ सिरिहिरिधियरिपरि (श्रीह्रीधृतिकीर्ति
सिरोय (श्रीफ श सिरीस (३६२ विशेष (5) ल जिला (नि)
२२१२६
१२१ श२४,६४, ८५.४२४५२४६
१४६१३ ११२०११
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सिधि (लोकल) २३१,२८०१० विच्चय (म) १४
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विपदार
विच्य (शिवप
सिव (२४१३१८२ २०६३५१५ २१,५००।११४०१ २ १०/१२८।१ ४१४१.४४,३१५१४,१७१
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सिसिर (नि) ११११११२११ शिस्थ (दिव्य) न १९६
सिसि
क्या (fr) ४१३
तिरिणी
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सितिणीभिक्खा ( शिष्यभिक्षा) उ४|१६ सिहंड (विखण्डन ) ज ३।१७८
सिहर (शिखर) प २४८ ज ११३७ ३१२४; ४१४६ ५१४३ ५।५
सिहरतल ( शिखरतव) ज ११३२, ३३, ४१२४१ सिहरि (ख) २११ १६ ३० ज ३।१८६,
१०७६
२१७३४।२७१, २७३, २७४, २७७ सिहfकूड ( शिखरिकूट ) ज ४।२७५ सिहरिसंठाणसंठिय (निरस्थान)
ज ४।२७६
सिहि (शिखिन् ) ज २।१३७
सीउन्ह (शीतोष्ण ) ज २११३२, ३३१३८ सीओदव्यकुंड (गीतादापातकुण्ड) ज ४१६२
से ६४
सीओ (शीतांदा) ज ४१६३,६४ सीओदाकूड (शीतोदकूट) ज ४१६६ सीत ( गीत ) प १३५,७ से ६,५७,२११,२१२, २१४,२१५,२१८,२२० से २२६,६१ से ११; २८/१०५; ३४११६, ३५।१।१ सीतजोगिय (शनि) १२ सी (चीन) २०१२
(सीता) श६४ सू २३ (वित्) रा सातोदय (सीतादक) १२३
सोतोदा (शीवादा) ज ४१,६२,९५,२१०११,
२१२२१५,२२६ से २३१४६२२ सतोमुखंड (श्रोता मुख मण्ड) ज ४२१२ सोकसमजोरिय (श्रीजानिक) २१२ सोतो. (श्रीतो ) प ६१ से ११,३५।१ से ३ सीड (सीधु) उ ११३८,४६,७४ सोभर (शीकर)
(क) २५६६०
१६,६०
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सोलंधर (र) सोमवारी
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