Book Title: Agam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 334
________________ विशिष्ट शब्दों एवं नामों का कोश ] विसिदिट्टि विशिष्टदृष्टि, अहिंसा का २८वां नाम विसुद्धी विशुद्धि, हिंसा का २६ वां नाम विहग पक्षी विशेष विहार मठ वीसत्थछि - विश्वासी का अवसर देखकर घाई वीसासो वीसुय वेजयन्ती ढिम वेतिय वेयत्थी वेरुलिश्रो वेसर वोरमणं वंजुल वंस सउण सक सक्करा कुलि सक्खी सगड सगड सणप्फय सयग्घि सत्ति सत्ती सत्थवाह सल घात करने वाला विश्वास, हिंसा का ५१ वां नाम विश्रुत प्रसिद्ध विजयपताका वेष्टिम-जलेबी वेदिका, चबूतरा वेदविहित अनुष्ठान के अर्थी वैडूर्यमणि पक्षी विशेष हिंसा का १६ वां नाम एक प्रकार का पक्षी बांसुरी शकुन पक्षी, ती शक देश या जाति धूलि तिलपपड़ी साक्षी गवाह शकटगाड़ी शकटव्यूह नखयुक्त पैर वाले सैकड़ों का संहार करने वाला शस्त्र —तोप शक्ति, त्रिशूल हिंसाका ४था नाम सार्थवाह शार्दूलसिंह सद्धल भाला सणी (नी) संज्ञी - मन वाले जीव १६१ १६१ १५ २२ ९५ १६२ २१८ ८९ २४२ सप्पि सबर २५३ सब्बल सभा समणधम्मे समचउरंस - संठाण २१ समाहि २३ २१७ १५ ९ १५ समय सम्मत्त वाला विसुद्धमूलो सम्मदिट्ठी सम्यग्दृष्टि सम्मत्ताराहणा सम्यक्त्व की आराधना -- समिइ समिद्धि समुग्गपक्खी सयंभू सरड १५ सरण २५ सरंब २०० सल्लय २४२ ससमय ५३ ससय २२ साउनिया ८४ साल २६ साली साहस घो शबर, भिल्ल जाति शस्त्रविशेष १३ सिद्धावासी सभा श्रमणधर्म समचतुरस्र - चारों कोण बराबर प्रकृति सिद्धान्त सम्यक्त्व रूप विशुद्ध मूल ३७ २६ सिप्प अहिंसा का १४ वां नाम समाधि - समता - अहिंसा का तीसरा नाम स्वयंभू गिरगिट नामक जीवविशेष [२९७ शरण— स्थल विशेष जन्तुविशेष जीवविशेष २४२ २५ ८९ २२ २३१ ३४वां नाम शिल्पकला २१८ २४८ १६१ समिति - हिंसा का एक नाम १६१ समृद्धि - अहिंसा का एक नाम १६१ पक्षिविशेष १५ २४० २४८ १६१ स्व समय - स्वकीय सिद्धान्त शशक—खरगोश पक्षीमार - व्याध शाखा - वृक्ष की डाली शाली, धान्य विशेष साहसी - बिना फल सोचे काम करने वाला १२३ साहारणसरीर साधारण शरीर (जीव विशेष) २० १६१ सिद्धाति (इ) - सिद्धों २२ ५३ १४६ गुणा के गुण सिद्धावास, अहिंसा का ५९ १४ २१ १४ ७१ २४८ १३, ७१ २४ १४१ ७४ २३२ १६१ १४८

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