Book Title: Aavashyak Sutram Uttar Bhag
Author(s): Bhadrabahuswami, Jindasgani Mahattar, 
Publisher: Rushabhdevji Keshrimalji Shwetambar Samstha

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Page 328
________________ दे० ला० फंड के ग्रंथ मूल्य | आचारप्रदीपः 1-8-0 | आवश्यकं मलयगिरिवृत्तियुतं / प्रत्याख्यानस्वरूपं कातंत्रविभ्रमः श्राद्धप्रविक्रमणसूत्रवृत्तिः 2-0-0 नवपदप्रकरणवृहद्वृत्तिः 4-0-0 | पूर्वार्धम् | दानछत्रीसी विशेषणवती वीशवीशी आवश्यकटीप्पनं 1-12-0 सेनप्रश्न:(प्रश्नोत्तररत्नाकर)१-०-० नन्द्यादिसातना अकारादि व / श्रीपालचरित्रं संस्कृते 0-14-0 कल्पसूत्रबोधिका 2-0-0 विषयानुक्रम, 2-0-0 युक्तिप्रबोध (दिगंबरखंडन) सूक्तमुक्तावली 2-0-0 विचाररत्नाकरः 3-0.0 . हमारे तर्फ से. 1-12-0 तंदुलवेयालीयपयन्नो सटीक१-८-० (क्षेत्र)लोकप्रकाश:भागदूसरा२-८-० पंचाशकादि अष्टशास्त्रीमूल४-०-० | प्रकरणसमुचयः विशतिस्थानकचरित्रं 1-0-0 | समिति के ग्रंथ मूल्य | अनुयोगद्वार चूर्णि व हारि० | उपदेशमालामूलं सुबोधा समाचारी 08-0 विशेषा०गाथा व विषयानुक्रम०-५-० वृत्ति 2-0-0 | वन्दारुवृत्ति श्रीपालचरित्रं प्राकृते 1-4-0 | विचारसारप्रकरणं 0-8-0 | अमुद्रित विशेषावश्यक गाथा पंचाशकादिदशशास्त्रकाअकारादि प्रवचमसारोद्धारः पूर्वाध 3.00 | प्रवज्याविधानकुलकादि 0-6-0 | नंदीचूर्णि व हारि०वृत्ति. 1-8-0 " उत्तरार्धम् 4-0. अनुयोगद्वारसूत्र सटीकं 2-8-0 ऐन्द्रस्तुत्यादि. 0-8-0 पता-श्रीऋषभदेवजी केशरीमलजी लोकप्रकाशः भाग पहिला२-०-० नंदीसूत्रं सटीक 2-4- ०ऋषिभाषितसूत्रं ..3.0 पेढी बजाजखाना, रतलाम. पंचवस्तुकप्रथ: सटीक: 3-0.0 दशपयन्ना छायायुक्त 2-0.. | ज्योतिष्करंडकटीका 3-8-0

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