Book Title: Aadinath Charitra
Author(s): Pratapmuni
Publisher: Kashinath Jain Calcutta

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Page 586
________________ ( ७ ) के संसर्गसे मनुष्य को क्या-क्या लाभ और क्या-क्या हानियाँ उ ठानी पड़ती हैं। इसी विषय पर कयवन्ना के जीवन में अनेका नेक आश्चर्यजनक घटनायें हो गई हैं, जिसके पढ़ जाने से मनुष्य मात्र को, अपने आप का ख्याल हो आता है। अगर आप अपने पुत्र को चारित्र सुधार की शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं, अगर आप अपने पुत्र को सदाचारी बनाना चाहते हैं, तो इस पुस्तक को अवश्य मँगवाइये । मूल्य ॥) डाक खर्च अलग। रतिसार कुमार इस पुस्तक में रतिसार कुमार का चरित्र अतीव सरल और सुन्दर भाषा में लिखा गया है। प्रत्येक नर नारी को इस पुस्तक को अवश्य देखना चाहिये । पुस्तक की छपाई सफाई बड़ी ही नयनाभिराम है चित्रों के कारण रतिसार कुमार का चरित्र अपनी आँखों के सामने दिख आता है। मुख्य |||) डाक खर्च अलग | लीजिये !!! लीजिये ! लीजिये !! हिन्दी भाषा में छपा हुआ ज्योतिषसार पुस्तक का विषय नाम से ही मालूम हो जाता है, जैसा नाम हैं, वैसा ही गुण है, ग्रन्थकर्त्तानेि भी इस छोटीसी पुस्तक में सारे ज्योतिष शास्त्र का निचोड़- भर दिया है। अनुवादक ने भी

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