________________
कृतां तवानिंदताऽचा करता। रारा पूर्व की शंकर्मपापकक होती पाडुया प्रातिपाता। दिक की ऊपनाऽरकतिद्धांतिदांनश्कन स्वान किशन पलादि। नरकट चीन विष्शता रिमा पाते हवा पूर्ववसिति | जन्मात (रापार्जित। घरमा धार्मि
परक्षकृत्तमाक्षेत्र
प्रत्यय हवा कर्म ज़ड रक क्रमंनविक पाई कालवश्कारी चीका एगा। एतावता विष्णुले गव्य इंटिईन दी। जह छकी पदवा {तिवार पबचाऊ पानश्क्षयद्ददन्याता बहावय। गळं ति जां तिरियर सहि| तियंचियो निविष पंकज | जेहलगी मनुष्यविष घेोडाईज ऊपजशतिणितियंचविषधरणाक ह्या हिंद तिर्यवयोनिना डरकदेषा मूत्र कु तारमुदारुजिम्मम राजरावादिपरियहणा रहा जलघला रवि मापयचं इमं जग पगडं चरागारकपावतिदीह कालव्याख्याततिर्यदियो निकेदवी बरकत्ता र कहतां रक दगतिनन नन्ना रबर ।ता बतातियंचगतिमा दिपिका यस्त्रितजतिघा सुदारुकता