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पाटांच्म्मे हकद तां चर्मवाद्या विशेष कहतां नराकार दघियार विशेष //मो |ष्टिककदीष्ट प्रमाणियां मितर वारिश खडगक दर्ता। खंड ने खरखडार दि तकला वापकता धनुषा नायक हती लोहमय बाएक राग के कती बीए विशेष कप्पणि तिकातरणीचामि कहती वासाला फरकहती कहानी एतना हवियार के दवाब क तिरकक दवांत जेहना जे दना। अलेख पिना टोकनी पर तथा निर्मलमलहलता। पद वादेषी कायर नाप्रापड एवमादिकञ्चान रात्रात पाक 1752 गानाकारण वलीक दवा विश्व द्विपदि कहि तां विद्या पदवाप्रहरणकदतांना स्वादन करीबीजावरजेदन पूर्ववतिगाढावबीतनार की पर स्परमा होमादि सिद्धांता कहती साद मुदा घईघाय मेकतां । वदना दीर। एतावता अन्यो उपयो डाऊपजा व त्रिऊंन कटघिवीन यरांतियरमा धार्मिकन वे गमननधी तिहां तिहांमा होमादिली कधी वदना बरं ति किम तक दश । सूत्रयमो यर पदावलियामु श