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________________ Sadie तिबोलता असा स्वनुं अथिरदेवानं अप्रत्यक्षमनुष्य जिव्याधिप्रादि अंतस्थन h दी मोटूपयसामरोपमा 7 पर दि तेरा की घरने विरतिसाला नीजस्तायामता मंउदा अस्सास यंदद्दूइमं विहारं अंतरायन यादी मानता हामिहं सिन र इज सा तेलीमातापितापुत्रेएक हाथ के पिता है एलानंतर तुष्टांनक्रिया व्याघात अंतराय कारकरस्यानिव साय 1°1 विमानामालिन सरते जावमुनि ते बेट करें९६ नावचन लता नौमंतयामोरिसानुमोल अस्ताय मत लीलते सिंतिवस्स वाघायक रथयासी एनवेद ४ ना जालक देवै जिमन होऽऽयुत्रीयनिंगतिऽयुत्रस्गतिर्नास्ती इतिवचनाबिना गतिदाबानें तेन वेदी प्रवेनोजन बटानें नए करवाने दोन दिव्यादि कवरल |इमनयं वेदविदो विदती जहान होइ उस्याए लोगो ने एयर विस्स विये सत्तेर्या गृहस्थधर्म तेहने थापीनें नयनायसंघातं तिहारयत्री- अनायस ज्यो भनियोगःखरू रहयगिहंसिजाया तो चाल लोगेसह नियाहि अरलयाहोद मुलीसचा सोयत्रिला 7 मुनीर प्रसंसनोला पीक कम यो वा सम्पादिवरें ज्चलको जे. जेहन कावेले ताजा अंतःकरणजे नियोगहीये क यसुं दाऊ वैशरीरजे राधा दामने करा आयुमुले ४ ले लो हानिला याला हिते (संतन लावेपरतप्यमाएं। लालप्यमाांबऊहा कप्रकारे १० न्याय प्रज्वलनेनारोहित सिनिमतिम 'पते के कमर पाटी र प्रति निमंत्रणकरसुतनेायेंश्न | यथाकालेयाश्रवसरेको मोगादिक मादिक 200 निमंत्रनुस्वा ऊंचारणेयुरो हियंतं कम्म सो एक लेते ( न मं तयं तंचसू एलेज रुकमकान गुलिसचे
SR No.650033
Book TitleLokashaha ki Hundi
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages424
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript
File Size200 MB
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