________________
गोत्र रहेषु विल कास्यप गोत्र वांडार्यपालि सहित बां
दित
(Sa
लागतोय लावासि विशुमाटर क जिदिल चला गोश्राय् पातं रस्कं पिय कासवं बंदि ३ वंदा मिलागंच गायमाज हिलच वासिहं विष्टुं माटर सहित लिकनामा गितम गोगो दिनमा मलमलको धविर-चार्य A कालगमायाद मानकमार सप्पलयत यह वाद घ वुटवल गोतमगोत्रधरदार नमक तेवांदी करी मस्तक उस चारित्र शन सहित अविर बुटे गायम पातं एमसामिध तंवं दिऊ ए [सिरमा घिस्मतय स्त्रि सो एसेच सेंट वली से छपालिस का स्पयगोत्रसहित स्वार्थ हस्तिनामावली का स्यपगोत्र सहित प स्वसंघवालिय 'कासवरणातं पवियामि वंदा मियाद चिंच कामं कंत्तिसा रूपसमुद्र निंत्रकंपन्हालान का लगयो चित्र दिमा वांड आर्य धर्मावली सुव्रतसील पहिलइ मासि गरंवार गिरा एटममा कालगत वित्तसुद्धा ६. वंदामि च इयं सा रूपलबधिसहित निक्रमणर विषादवता धानमधर मस्त दस्त का स्पय गोत्रसहित ध
मा
जी मि
नामा
कासवगतं ध
जदना
तल दिसंपन्न जम्म पिरकम एणादावा
क
वरमुत्तमं वह
ON