________________
मोटाजोति महयामोटाव मोटावाहणउष्मा घणश्मेला सहित मोटा पक्षानपतये। आतरणादि रंगदलसेनाताई दिकदेसरादिका
कनारबल करा महया
हुए महयाबालणं महयावादाणणे महयासमुदरणं मस्याएवर वाय जमगसमगकटकमूकर वाजि माघ टोला उक्का मास्नति काहनी तिवन विशे वरकरी
वाम डिय जनगसमगम्यवाईएगा संखपडह तरि मल्लरिखरमुहि अडु
दवताना तेहन राष्ट्रवाजिनः राउ हुंडत्ती क'उहि निग्धोसन्नाश्य रावणे
पर द्वितीय
INMantra
CatedjiTakal