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________________ चंद्रराराः दश्ते मनुदाररेलाल मिर्वनमानातोरे सामयमे व्यवहार रेलाल सद्गसना गईन हारे मतली मोओदिमरेलाल तोमे डेम में स्ायीरे जिलें उम पामो रामरेलाल ||साय उमेयाना स्यादातर मतदेशका रेलाल तोनिरेकरता मेरे गोमनगर खुश्केदारेलाल सा श्रवसर नहारेको तामूंढरेलाल इंदोमेश्रमेनि इसारिया कहिये मजाल सा एदवासिंहल राजनारे नासुंणावचनविला सरेलाल-चेदेवदनेश्की करारे तमाशा ११ चेदन से कनेरे एवमे |स्यासन मोनरेलाल परदेशीपारि माओनरेला की कि स्पुरे मोटे लरमेारेलाल शामनुहार एका रिमरिनाल के दिन नालबाग रेलाल सा २३ चेदश्वदिशिनोली शेती हारेलाल देवादिस्वारखेरे किमक वाक घरेलाल सा० २४ दागेमेदसारिवार मुकमादे फेसारैरेलाल तेसलिस्टला र सरिया केई ||संसाररेलाल साराच्या पाण्याविनारे सरिया सरकारलाल बिलवासे सलि रकर किदािं लाव २६ की। सोनामलारे कमिंदलमदीयाल रे जाल मे दविजी कदारे बीडीउासनीटालरेलाल साहू कमर आचार विसुं लागी उनमें बुधामी मितरी १ मृगमदमरिबांनारदो पिप गुंबर २टकरे से प्रेमी २ दोडो अधीहरु वा साहिबा देवेंमेन्याङ नामक दो २४ २४
SR No.650028
Book TitleChandraras Patra
Original Sutra AuthorMohanvijay
AuthorKesharvijay
PublisherYakruli
Publication Year1760
Total Pages208
LanguageMarugurjar
ClassificationManuscript
File Size97 MB
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