SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 495
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ dain Education In नाक एन्या तिवार बेसप्राम भगवंत श्री महावीर देवते टेव्होनजा स तेका लगा दोस १० रुप्पो जेसीब कहे बेयो स्थने थि] प्रयोग ते कोयनेव वनकालते की ष्मतिली कार एचवनकाल जानू मागे जाए। इसमे से कालेपन्नत महापाश नक्की कही जिम्हारो जित | जे०जेसे ते वाद चीजो || येत्ते हनी करण दादेग्देवताहर विजेस एगमेषी केंड्ने आदे मास I ने चीरे। म एम के देवे एजियमेयं तिक हु | जे सेवा साएं | तच्छे मासे पव ते प्रा० मा सो जयद | तेण्तेरसनो दिन १० आसोज बैङ्गल 电 नी कृप ना ना साम नगरंम ह मी | मेपरके। ब्यासोयबलं । तस्स असो, जस्स/तेरसीपरकेर द हदस्ती तरा तेक्रा फालगुलीन क्षेत्र ने जोगेएतले स्पो राष्ट्रा सिय नाक्वेंद मालिनीथ की उत्तरा फाला नी आयो रारा दिदि दितिक 貝 दस थके ते काले ऊत्तरा दिए रकते | जोगन बाग एएंगे। बीसी तिहराई दिएहिं विज्ञचंते
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy