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२०१५
श्राराष्ट २४
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दादक्षिण मण्डलल दिसे ॐ
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माहरण रसको माल स्सगो तस्सा देवा दाएमा दली ए जालंधरा यमस्सग
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बुवती कालथ की पहिली २०१२ दीनगनन्पी तिवारे जा चवतो २४ जो जे देवलोक को क्यो न जाए
इस्सा मितिजा लई एमिलि जाए चय