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________________ किस्प्रं १० मांगेबतेति हांस्दीता | जे जे ति साशणास थकातली करते दे | असे वर्णन हा मियादेके क ||| एमिगादियंसि विजेतेसा भूतल एपे |SI||जेते सय में सितारा पीटे वाफ जरावा | सेकाराग] संधाररागते तेजी साप्साहम्पी (अन्तसंजी परे एना श्रीया पदादिकते आदे पा संतसाद मिया| उपग्रहानेपा स्काया श्री आपण मामांनान सन्जेस मोग्यू (प्रादेति श्रीछानेरा मां नानाचे उत्तमप्रावारी बारे । एहक जेतवसादमियन्ननोइया समएफ सानागबे फेन्फलग सेन्सेज्या संप्सेथामना नेते स्थानक दिकनी तलेक पारि रान कुन्ना 1 जोह समिमंत्र दारीनेगा एवं तने सोमदि ससं नाइरा समय हो । सिमंतेा / सोनेगांगरॐ निमंत्रन होते नाकादिना मंत्र तो दन्त लागेइति सेवतेसा लाव अन्नसं नोगाने जगादिके जलावेपरंसना गंतारादिकने दिसेनानी इसी कारली छीटा दिकु मनोगनिनिमंत्रण विषे कटुबद्दी यहियाए । नगिशियन मितेश- ६ से आगतारे ibrary.org.
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
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