SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 233
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ उप बारवडी नातः पर लघुमाते हा भूमिकाः वरूडी पर इतिले | सेवतेः सि०साचि० वत्सान मार्ग से या रानातू मिडिले श्री कह साध्वा รสริม स्वारासमा रमि | एमिले हिडा (२७ सिनिराशनिकरकेड सं० संध्या रा भूमिका : 909 तिले ना बवाः सेवसे साः पा०रातल उ दिसे बे aias ०प्रायः उपाध्यायकः गा गण:०४: सेका संधारणं नृमिय मिले दिए । ससारसा वावा नाबालकः सु०डि जा०या गजक सेशियन गि० गिला प्रदेश चतुः क्षतः न जागा साठवे इयेावा ॥ बाले सवा | इटेा सिदे गया। गिला होठा त्रा पान इएला मिकतिले म० मध्य स० [समस् विस्थानक सा०सदायस्वान कि नकिः श्री कुश्ते मूकानेर535 वा. 5: सेव् ॥॥॥॥॥॥ चंतेचा मजेराव से मेल वा रिसमेावा ए वाराणा | मि
SR No.650018
Book TitleAcharanga Sutra
Original Sutra AuthorSudharmaswami
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages594
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_acharang
File Size220 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy